👉🏻 फ़जीलत ए कुर्बानी: Qurbani || what is qurbani || Qurbani ki dua

    👉🏻 फ़जीलत ए कुर्बानी: Qurbani || what is qurbani || Qurbani ki dua
    👉🏻 फ़जीलत ए कुर्बानी: Qurbani || what is qurbani || Qurbani ki dua

what is qurbani💕🌱💕🌱💕🌱💕🌱💕🌱

  السَّـــــــــــــــــلاَمُ عَلَيــْـــــكُم وَرَحْمَةُ اللهِ وَبَرَكـَـ

           👉🏻 फ़जीलत ए कुर्बानी

      🌹  हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम

💦 आप तारीख इब्ने नाखुद के फ़रज़न्द(बेटे) हे, आपका नाम इब्राहीम और आपका लक़ब अबू अल ज़ायफान(बहुत बड़े मेहमान नवाज़) हे,

💦 हज़रात इब्राहीम अलैहिस्सलाम की पैदाइश तूफ़ान के 1709 साल बाद और ईसा अलैहिस्सलाम से तक़रीबन 2300 साल पहले सहर ‘बाबिल’ के करीब क़स्बा ‘कुनी’ में हुई।

💦 और एक कौल के मुताबिक आप की पैदाइश ‘अमवाज’ के इलाके ‘सोउस’ के मक़ाम पर हुई

📕(तफ़्सीरे अज़ीज़ि, सफाह -553) (तफ़्सीरे नईमि, जिल्द-1, सफाह -630)

    👉🏻 फ़जीलत ए कुर्बानी: Qurbani || what is qurbani || Qurbani ki dua

Qurbani ki dua

INNI WAJJAHTU WAJHIA LILLAZI FATARAS SAMAWAATI WL ARZ HANEEFA W MA ANA MINAL MUSHRIKEEN, INNA SALATI W NUSUKI W MAHYAYA WMAMATI LILLAHI RABBIL AALMEEN, LA SHARIKA LAHU, W BIZALIKA UMIRTU, W ANA AWWALUL MUSLIMEEN, BIS MILLAH ALLAHU AKBAR.

yah dua padh kar janwar ko zabah kare, zabah karne ke baad yah dua padhe

🍃🍃🍃🌹🌹🌹🌹🍃🍃🍃

💦 हमने उन की बिवी को इसहाक (عَلَيْهِ السَّلاَم) की और इसहाक(عَلَيْهِ السَّلاَم) के बाद याकूब(عَلَيْهِ السَّلاَم) की पैदा होने) की खुशखबरी दी”

📕(सुराह हूद, आयत- 71)

💦 हज़रते सारा रज़िअल्लाहु तआला अन्हुमा को बशारत देने की वजह ये थी की औलाद की ख़ुशी औरतो को बनिस्बत मर्दो से ज्यादा होती हे, दूसरी वजह ये थी के हज़रते सारा रज़िअल्लाहु तआला अन्हुमा को औलाद नहीं थी इस लिए ज्यादा ख़ुशी उनको ही हासिल होनी थी क्यों कि हज़रात ए इब्राहिम عَلَيْهِ السَّلاَم के बेटे इस्माईल عَلَيْهِ السَّلاَم पहले पैदा हो चुके थे,

💦 हज़रते याकूब عَلَيْهِ السَّلاَم की बशारत देने से इस तरफ इशारा था की हज़रते सारा रज़िअल्लाहु तआला अन्हुमा की उम्र इतनी बड़ी हो गयी की ये अपने इसहाक के बेटे याकूब को भी देखेंगे।

💦 हज़रते सारा रज़िअल्लाहु तआला अन्हुमा की उम्र इस वक्त 90 साल थी, तफ़्सीरे जलालें में 99 साल मज्कूर है और हज़रते इब्राहिम عَلَيْهِ السَّلاَم की उम्र 120 साल थी, इस लिए हज़रते सारा रज़िअल्लाहु तआला अन्हुमा तअज़्जुब करते हुए कहा था “अजीब बात है की मेरा बच्चा पैदा होगा जबकि में बूढी हु और मेरे शोहर बूढ़े हे, बेशक़ ये तो बहोत ही तअज़्जुब नाक हे”,,

📕(तफ़्सीरे जलाले, सफ़ाह -185) (तज़किरतुल अम्बिया अलैहिस्सलाम, सफ़ाह -137)

         

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here