Allah||Bissmillah ki barkat ki sachchi hikayat

AllahBissmillah ki barkat ki sachchi hikayat2021

Allah|| Bissmillah ki barkat ki sachchi hikayat is vedio me mil jaegi Bissmillah ki bhot sari barkat hai chandf humne is post me add karne ki koshish ki hAI.

Bissmillah ki barkat ki sachchi hikayat

हजरत अबू हुरैरा रजि अल्लाहु ताला अन्हा फरमाते हैं कि एक मर्तबा एक मुसलमान और एक काफिर के शैतान में मुलाकात हुई काफिर का शैतान खूब मोटा ताजा बदन पर कपड़े पहने और सर पर तेल लगाए हुए था जबकि मोमिन का शैतान दुबला पतला गंदा और नंगे सर था काफिर के शैतान ने मोमिन के शैतान से पूछा भाई तुम्हारी यह हालत क्यों है!

उसने जवाब दिया मैं एक ऐसे मर्द ए खुदा के साथ हूं जो खाना खाते हुए बिस्मिल्लाह पढ़ लेता है इसी वजह से मुझे  भूखा रहना पड़ता है और जब वह पानी या कोई और चीज पीता है तो उसका आगज़ भी बिस्मिल्लाह से करता है इसी वजह से मुझे प्यासा रहना पड़ता है सर पर तेल लगाते ए वक्त भी वह बिस्मिल्लाह का ब्रिद करता है!

इसलिए मैं नंगा सर रहता हूं लिबास पहनते वक्त भी वह बिस्मिल्लाह शरीफ पढ़ लेता है इसकी बदौलत में नंगा रह जाता हूं काफिर के शैतान ने कहा मैं एक ऐसे शख्स पर मुसल्लत हूं जो किसी काम में बिस्मिल्लाह नहीं पड़ता इसीलिए मैं खाने-पीने और दिगर उम्रर में शरीक हो जाता हूं ।


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इस हीकायत से हमें यह दरस  मिलता है कि अगर हम खैरो बरकत चाहते हैं तो हर ने काम की आगज़ में बिस्मिल्लाह पढ़ा करें मसूर थे बिगर हमारे हर फेल में शैतान लाइन शरीक हो जाता है।

हजरत सय्यद ऊ न ई सआ रूहुल्लाह सलातो वसलाम का एक शख्स पर गुजर हुआ जो बड़े खौफनाक सांप का शिकार करने की कोशिश कर रहा था उस सांप ने अर्ज किया कि या नबी अल्लाह इस से फरमा दीजिए कि मुझ में बड़ा कातिल जहर है आपने उसको मना किया मगर वह ना माना फिर दोबारा हजरत सैयदना ईसार रूहुल्लाह सलातो सलाम का उसी मकान पर गुर्जर हुआ!

 उस वक्त आप ने फरमाया  शकस  क्या तू ने सांप को पकड़ लिया यह फरमा कर जूही सांप की तरफ नजर कि उसने मारे शर्म के अपना सर अपनी दुम के नीचे छुपा लिया और कहने लगा कि रुलाउल्लाह यह मुझ पर अपने कूवत से ग़ालिब नहीं आया बल्कि बिस्मिल्लाह रहमान रहीम की बदौलत ग़ालिब आया बिस्मिल्लाह ने मेरा जहर बातिल  कर दिया है।

बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम में 19 अर्फ है दोज़ख के तबकात भी उन्नीस है  जो शख्स एक बार बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ लेगा वह इन सब तबकते जहन्नम से निजात पाएगाव।

दोज़ख से आजादी

एक अरब ने सरकारे मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वाले वसल्लम की खिदमत में अऱज़ की या रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो ताला अलैहिवसल्लम मैं बड़ा गुनाहगार हूं आप मेरे लिए बक्शीश की दुआ फरमाएं!

सरकारे मदीना से सल्लाहुअलैहिबसल्लिम ने फरमाया बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ा करो तो अल्लाह तेरे गुनाहों को बख्श देगा व्हो अरबी मुतासिर होकर कहने लगा बस इतना ही या रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो ताला अलेही वाले वसल्लम आपने फरमाया जो मुसलमान मर्द या औरत सच्चे दिल और यकीन के साथ बिस्मिल्लाह शरीफ पड़ा करेगा तो अल्लाह ताला अपने फैसलों कर्म से उस बंदे को दोज़ख से आज़ाद कर देगा

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