✨Salaam Ki Ahmiyat ✨मुसलमान सलाम कैसे करते हैं?
Aapas mein Salam Kehne ko Tarakki do !
Musalman ka Farz hai ki Salam ko Riwaj de aur Ziyada se ziyada Salam karne ki Aadat daale ! Huzur ﷺ ka irshad hai ki ” Main tumhen Aisi Tadbeer batata hun ki jisko ikhtiyar karne se tumhare darmiyan dosti aur Mohabbat badh jayegi lihaza Aapas mein kasrat se ek dusre ko Salam karne ki Aadat bana lo “
Isse Malum hua ki Huzur ﷺ ke farman ke Mutabik dusron ko Salam kehne ki Hidayat deni chahiye !
📚 ( Aadab e sunnat , Safah – 31 )
➡️ Mas’ala : —
Likhe hue Salam ka bhi jawab dena Wajib hain, Magar likh kar dena Wajib nahi yaani Salam Milte hi fauran jawab Muh Se Dede ! Der ki to Gunahgar hoga !
Isliye Sayyad Ahmad Tahtavi Farmate hain ki log is Mas’ale Se Gafil hain
📚 Hawala ( Masail e shariat Jild : 01, Safah- 288 )
मुसलमान सलाम कैसे करते हैं?
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कब्रिस्तान में जाने का सलाम?
Isse phale bhi humne salam ke upar kafi Safseel se post likhi Hui hai hai jisme assalamualaikum ko kese bolna chahiye salam ke adab kya hai salam phale kon kisko karega sabhi kuch salam se jude hue sawal apke us post se hal hojaenge insha Allah hum yaha us post ka link delete hai ap link par click karkar us. Post par asabi se phoch jaenge oa salam kese karte hai ye apko sahi tarike se malum hojaega inshallah. Salam ki ahmiyat click hear
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सलाम (अस्सलाम अलैकुम ) का पूरा रूप क्या है
सलाम या अस्सलाम वालेकुम का पूरा फॉर्म “अस्सलाम अलैकुम वरहमतुल्लाही व बराकातहू और मगफीरातु” है इसका अर्थ होता है कि “आप पर सलामती हो, और अल्लाह की रहमत हो, और बरकतें हो और अल्लाह आपकी मगफिरत फरमाए” यानी कि अल्लाह आपको माफ कर दे
एक और हदीस के मुताबिक मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम से किसी ने पूछा कि किसे सलाम शुरू में करना चाहिए तो उन्होंने जवाब में कहा कि “जो व्यक्ति सवारी कर रहा है उसे पहले सलाम करना चाहिए जो कि पैदल चल रहा है और जो पैदल चल रहा है उसे पहले सलाम करना चाहिए उसे जो कि रास्ते पर खड़ा हुआ है छोटे से और लोगों के छोटे समूह अगर किसी बड़े समूह में जाएं तो उन्हें पहले सलाम करना चाहिए” (सहीह अल मुस्लिम 6234, मुस्लिम 2160)
यह भी कहा गया है कि जब भी कोई घर में दाखिल हो तो उसे सलाम करना चाहिए कुरान की आयत पर आधारित है “जब भी तुम घरों में दाखिल हो तो सलाम करो” (सूरह अन qनूर 24:61)
अस्सलाम वालेकुम का शॉर्ट रूट छोटा रूप A.S. हो गया है इंटरनेट यूजर्स और WhatsApp चैट मैसेज के दौरान केवल A.S. लिखकर ही सलाम किया जाता है ऐसी प्रथा बन गई है. इंटरनेट पर ईमेल या चैटिंग के दौरान भी पूरा सलाम ही किया जाना चाहिए ताकि अच्छी भावना बने और व्यक्ति को अल्लाह की रहमत मिले “अस्सलाम अलैकुम वरहमतुल्लाही व बराकातहू और मगफीरातु” ही पूरा सलाम हे.
Mashallah bahut acche lag rahe hai padhkar itni achi jankari ke liye shukriya.