Tilawat of Quran: Tilawat ki Fazilat. Tilawat PART-2

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Tilawat of Quran Tilawat ki Fazilat. Tilawat PART-2

Tilawat of Quran: Tilawat ki Fazilat ki Hamari ye 2nd post hai Tilawat of Quran par hum age bhi post likenge Insha Allah. app comptite post padhiye.

तिलावत की सुन्नते और आदाब

एक आयत का हिट्स करना हर मुसलमान मुसल्लफ पर फ़र्ज़ आन्न है और पूरे कुरान मजीद का हिफज करना फ़र्ज़ किफाया है और सुरहा फातिहा और एक दूसरी छोटी सूरत या इसके मिस्ल ,मसलन तीन छोटी अयते या एक बड़ी आयात का हीफज वाजिब एन है ।

कुरान मजीद देख कर पढ़ना बिन देखे पढ़ने से अफजल है कि यह पढ़ना भी है और देखना भी और हाथ से इसका छूना भी यह सब इबादत है।

Mustahub यह है कि बाबूजू किब्ला रूह अच्छे कपड़े पहनकर तिलावत करें और शुरू तिलावत में आउजो पढ़ना सुन्नत है  और इब्तिदाई सूरत में बिस्मिल्लाह सुन्नत वरना 
Mustahub और अगर जो आयत पढ़ना चाहता है उस की इब्तिदा में जमीर मौला ताला की तरफ राजी हो जैसे
Howallahul lazi lailaha howa तो इस सूरत के अाउजो के साथ बिस्मिल्लाह पढ़ने का इस्तेहबाब मुअक्काद है। दरमियान में कोई दुनिया भी कलाम करे तो auzo बिल्लही और बिस्मिल्लाह फिर पढ़े। और दीनी कलाम किया मतलब सलाम या आसान का जवाब दिया सुभानल्लाजी और कलीमा त्याब्बा वागर अज़्कार पढ़े तो Auzobillahi फिर पढ़ना इसके जिम्मे नहीं।

चंद मिनट में 10 कुरान का सवाब-Tilawat of Quran

सरकारे मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम फरमाते हैं हर चीज के लिए दिल है और कुरान गजल सूरह यासीन है जिसने यासीन पड़ी अल्लाह ताला उसके लिए 10 बार कुरान पढ़ने का सवाब लिखेगा!

साबिका गुनाह माफ

सरकार ए मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने इरशाद फरमाया जो शख्स अल्लाह ताला की
रिजा के लिए यासीन पड़ेगा उसके साबिका
गुनाहों की मगफिरत हो जाएगी लिहाजा इसको अपने मुर्दों के पास पढ़ो!

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रमजान की तारीफ|| रमजान 2021|| रमजान मुबारक

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खौफनाक लसिहा कुत्ता-Tilawat ki Fazilat

हजरत ए अल्लामा याफेआई रहमतुल्लाहीतालाअनु फरमाते हैं मुल्के यमन में मैंने कुछ सालेहीन से सुना है की एक मय्यत को जब दफन करके लोग वापस आने लगे तो कब्र में से एक कर्जदार धमाके की आवाज आई और उस कब्र में से एक काला कुत्ता निकल कर भाग गया एक न एक आदमी जो वहीं मौजूद थे उन्होंने उस कुत्ते देखा है तेरा नाश हो तू कौन बना है वह बुला मैं इस मय्यत का बुरा अमल हूं उन्होंने पूछा यह जो आवाज आई थी चोट तेरे लगी थी या मैयत के कहां मेरे ही लगी थी वजह उसकी यह हुई कि इसके पास सूरह यासीन वगैरा जिनका यह शख्स विर्ध करता था आ गई और मुझे उसके पास तक ना जाने दिया और मार कर निकाल दिया!

पुर असरार चोर-Tilawat quran pak

हजरत अबू हुरैरा रजि अल्लाह ताला अन्हा से मर्वी है कहते हैं हुजूर ताजदार ए मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने जकाते रमजान यानी सदका ए फितर की हिफाजत मेरे  सुपुर्द फरमाई! एक शख्स आया और  गलला भरने लगा! मैंने उसे पकड़ लिया और कहा तुझे हुजूर सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम की खिदमत में पेश करूंगा मैं मोहताज हूं  हाजतमंद हूं मैंने उसे छोड़ दिया जब सुबह हुई तो हुजूर सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया तुम्हारा रात का कैदी क्या हुआ मैंने अर्ज़ की या रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो ताला वसल्लम उसने शदीद हाजत और शिकायत कि मुझे रहम आया तो मैने उसे छोड़ दिया! आपने फरमाया उसने तुमसे झूठ बोला और अब वह फिर आएगा मैंने समझ लिया कि वह फिर आएगा क्योंकि हुजूर सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया है !

उसके इंतजार में था कि वह आया और वल्लभ भरने लगा मैंने उसे पकड़ लिया और कहा तुझे रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो ताला वसल्लम के सामने पेश करूंगा उतने का मुझे छोड़ दो मैं मोहताज हूं जरूरतमंद हूं अब नहीं आऊंगा मुझे फिर रहना गया और उसे छोड़ दिया सुबह हुई तो उसने सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया है अबू हुरैरा रजि अल्लाह ताला अन्हा तुम्हारा कह दी क्या हुआ मैंने अर्थ कि उसने आदतें शादीदा और  की शिकायत की मुझे फिर रहना गया और मैंने उसे छोड़ दिया हुजूर सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया उसने तुमसे झूठ बोला और फिर आएगा मैं उसके इंतजार में था वह आया और फिर गल्ला भरने लगा मैंने उसे पकड़ लिया और कहा तुझे सरकार मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम के सामने पेश करूंगा 3 मर्तबा हो गया हो गया तू हर बार कहता है!

पड़ोसी के हक इन इस्लाम सुन्नते और आदाब इन उर्दू

Bismillah ||Bismillah ki barkat(Opens in a new browser tab)

Ramzan 2021|Ramzan kab hai ||Ramzan calendar(Opens in a new browser tab)

नहीं आऊंगा फिर आ जाता है उसने कहा मुझे छोड़ दो मैं तो तुमको ऐसे कली मात सिखाता हूं कि अल्लाह ताला तुम्हें इनसे नफा देगा जब तुम बिछाने पर जाओ तो आयतल कुर्सी आखिर आया तक पढ़ लो (अल्लाह हू ला इलाहा इल्ला हुवाल हय्यूल कय्यूम)सुबह तक अल्लाह ताला की तरफ से तुम पर निगेहबान होगा और शैतान तुम्हारे करीब नहीं आएगा मैंने उसे छोड़ दिया जब सुबह हुई सरकार मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया तुम्हारा कह दी क्या हुआ मैंने अर्थ कि उसने कहा चंद्र कली मां तुम्हें दिखाता हूं और अल्लाह ताला तुम्हें इनसे नफा देगा सरकारे मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया यह बात उसने सच कही वैसे वह बड़ा झूठा है क्या तुम्हें मालूम है तीन रातों में तुम्हारा मुखवताब कौन है मैंने अर्ज़ के नहीं सरकारे मदीना सल्लल्लाहो ताला वसल्लम ने फरमाया वह शैतान है!

शफात करने वाली सूरत-Tilawat e quran

सरकार मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम फरमाया कुरान मजीद में तीन आयत की एक सूरत है जो आदमी के लिए शपथ करेगी यहां तक उसकी मकसद हो जाएगी वह (तबाराकल लाजी बेयादेहिल मुल्क) है!

अजाबे कब्र से महफूज रहने का आसान अमल
हजरत ए  इब्ने मसूद रजी अल्लाह ताला अनु से रिवायत है कि जिसने सूरह तबारक हर रात पड़ी खुदा उसे अजाबे कब्र से महफूज रखेगा और हम उस सूरत को सरकारे मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम के आधे मुबारक में देते हैं!

रात की तारीफ

गुरूबे आफताब से लेकर सुबह सादिक तक रात कहलाती है!

तिहाई कुरान का स्वव-sawab-Tilawat of Quran

ताजदार ए मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया क्या तुम इससे आजिज हो कि रात में तिहाई कुरान पढ़ लिया करो लोगों ने अर्ज़ की कि तिहाई कुरान क्यों कर कोई पढ़ लेगा फरमाया (कुलहो वल्लाह हूं अहद) पूरी सूरत तिहाई कुरान के बराबर है!
अपनी जो कोई इस सूरत को एक बार पड़े उसे 1000 आयातो का सवाब मिलता है!

आधे कुरान का सवाब

सरकार मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया ( एजा जुलजिलती) पूरी सूरत आधे कुरान के बराबर है और (कुल हो वल्लाह हूं अहद ) तिहाई कुरान के बराबर है और ( कुल या अय्यूहल काफिरुन  )चौथाई के बराबर है!

Janaze में शरीक होने वाले को भी बक्शीश की विशारात-Tilawat of Quran

सरकारे मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम मस्जिद-ए-नबवी शरीफ के दरवाजे पर जलवा अफरोज थे एक शख्स का जनाजा आया सरकारे मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया क्या इस पर कर्ज है लोगों ने अर्ज किया इस पर 4 दिरहम कर्ज है सरकारे मदीना सल्लल्लाहो ताला वसल्लम ने फरमाया तुम लोग ही नमाजे जनाजा पढ़ो जिसके ऊपर 4 दिरहम का कर्ज हो और अदा किए बगैर ही मर गया हो मैं उस की नमाजे जनाजा नहीं पढूंगा उसी लम्हा जिब्रील अलेहिस सलाम हाज़िर हुए और अर्ज़ कि या रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम अल्लाह ताला आप पर सलाम अर्ज़ करता है और फरमाया है कि जिब्रील अलैहिस्सलाम को आदमी की सूरत में भेजता हूं!

और वह इस का कर्ज अदा करता है आप उठिए और इस की नमाजे जनाजा पड़ी है क्योंकि वह माह पूर्व अक्षा हुआ है और अल्लाह ताला फरमाता है जो इस की नमाजे जनाजा में शरीक होगा अल्लाह ताला उसे भी वक्त देगा नबी करीम सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया है भाई जिब्राइल अलैहिस्सलाम इस शख्स को यह इज्जत करामत किसकी बदौलत हासिल हुई जिब्राइल अलैहिस्सलाम ने अर्ज किया यह शक रोजाना सौ मर्तबा कुल वल्लाह हूं अहद आखिरी सूरत तक पढ़ता था जिसमें अल्लाह ताला की शिफात का बयान है और उसकी सना व तारीफ है और काहा जिसने तमाम उम्र में एक मर्तबा इस सूरत को खुलस के साथ पढ़ा वह दुनिया से ना जाएगा जब तक जन्नत में घर ना देख ले खुसुसं  जिसने रोजाना की पांचों नमाज में बार बार इसे पढ़ा तो रोज ए क़यामत इसके लिए और उसके तमाम उन अक्रब  के लिए जिन पर जहन्नम  वाजिब हो चुका है यह सूरत शफाहत करेगी!

सूरह इखलास के सवाब की अजीब hikayat

काजी अबू बकर बिन अब्दुल बाकी अंसारी ने सलाम विन उबेद से रिवायत कि वह कहते हैं कि हम्मद मक्की रहामतुल्लाह ताला अनु ने बताया कि एक रात में मक्का मुकर्रमा के कब्रिस्तान की तरफ चला गया और एक कब्र के करीब  सो गया,तो देखा कि कब्रों वाले हल्का दर हल्का खड़े हैं मैंने उनसे दरियाफ्त किया कि क्या कयामत कायम हो गई उन्होंने कहा नहीं बल्कि हमारे एक भाई ने सूरह इखलास पढ़कर हमको सवाब पहुंचाया तो वह सवाब हम 1 साल से तक्सीम कर रहे हैं ।

50 बरस के गुनाह माफ-Tilawat ki Fazilat

सरकारी मदीना सल्लल्लाहो ताला वसल्लम ने फरमाया जो 1 दिन में दो सौ मर्तबा कुल वल्लाह हूं अहद पड़ेगा उसके 50 वर्ष के गुना मिटा दिए जाएंगे मगर यह कि उस पर कर्ज हो ( यानी  कर्ज माफ ना होगा अगर जिसका कर्ज है वो माफ कर दे तो दूसरी बात है।

( कुल हो वल्लाह हूं) शरीफ पढ़ने वाले पर जन्नत वाजिब हो गई

ताजदार ए मदीना सल्लल्लाहो ताला वसल्लम ने एक शख्स को कुल वल्लाह हूं अहद पढ़ते सुना फरमाए की जन्नत वाजिब हो गई।

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